भोपाल 15 अप्रैल 2022 । मध्यप्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा और उसके बाद ट्विटर पर गलत वीडियो पोस्ट के मामले में अब राज्य के दोनों दलों के दो बड़े नेताओं कांग्रेस के दिग्विजिय सिंह और भारतीय जनता पार्टी के कैलाश विजयवर्गीय के बीच ट्विटर वार शुरू हो गया है। दरअसल मामला गुरुवार को विजयवर्गीय के एक वीडियो पोस्ट करने के साथ शुरु हुआ, जिसमें विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह को टैग करते हुए कहा, ‘ये हैं खरगोन में चचाजान दिग्विजिय सिंह के शांतिदूत, पुलिस इन पर कार्रवाई न करे तो क्या करे? आस्तीन के साँप कोई भी हों, फन कुचलना जरूरी है।’ इसके कुछ देर बाद सिंह ने विजयवर्गीय को जवाब देते हुए कहा, ‘कैलाश जी, आपने जो विडियो डाला है वह ख़रगोन का नहीं है। जिस भाषा का उपयोग आपने की है वह भड़काने वाली है। क्यों ना शिवराज जी व नरोत्तम जी जो कि आपके ‘ख़ास’ शुभचिंतक हैं, आपके ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर करें? मैं नहीं करूँगा क्योंकि मैं जानता हूँ, आपके आजकल ‘अच्छे दिन’ नहीं चल रहे हैं।’
विजयवर्गीय ने दिया दिग्विजय को जवाब
इसके कुछ ही देर बाद भाजपा नेता विजयवर्गीय ने एक बार फिर दिग्विजय सिंह को टैग करते हुए कहा कि वह उनके ट्वीट के अर्थ का अनर्थ करने की कोशिश कर रहे हैं। विजयवर्गीय ने कहा, ‘दिग्विजिय जी, आप अपनी आदत के अनुसार मेरे ट्वीट के अर्थ का अनर्थ निकालने का प्रयास कर रहें है, जो कि सफल नहीं होगा। आप मेरा ट्वीट पुनः पढें, जिसका आशय बहुत स्पष्ट है। जिन शांतिदूतों के आप पैरोकार बनते हैं वो अपराध करेंगे तो देश के किसी भी हिस्से में कार्रवाई से नहीं बच पायेंगे।’ शुक्रवार को दिग्विजय ने फिर किया कटाक्ष
इसके बाद शुक्रवार को सिंह ने एक बार फिर विजयवर्गीय पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘ज़रा सोचो ‘कलाकार जी’, आपको फंसाने के लिए यह वीडियो किसने भेजा?’ दरअसल पिछले दिनों सिंह ने एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए इसे खरगोन हिंसा से जुड़ा बताया था। बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं इस तस्वीर का खंडन करते हुए कहा था कि यह खरगोन का नहीं है। इसके बाद राज्य के कई स्थानों पर कांग्रेस नेता सिंह के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा फैलाने संबंधित मामले दर्ज हो गए हैं।