रायपुर 7 नवम्बर 2018 । छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। राज्य के नारायणपुर में 62 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। बस्तर के आईजी विवेकानंद सिन्हा और नारायणपुर के एसपी जितेंद्र शुक्ला के समक्ष आत्मसमर्पण करने से पहले उन्होंने 51 देश हथियार भी पुलिस को सौंपे। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा 30 अक्टूबर को किए गए हमले में दो पुलिस कर्मियों सहित दूरदर्शन के एक कैमरामैन की भी मौत हो गई थी।
इस हमले के बारे में डीआईजी पी सुंदरराज ने बताया कि आरनपुर में नक्सलियों ने घात लगाकर हमारे गश्ती दल पर हमला किया। इस हमले में हमारे दो जवान शहीद हो गए जबकि हमले में घायल दूरदर्शन के पत्रकार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस हमले में दो और लोग घायल हुए थे।
राज्य के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के आवापल्ली में नक्सलियों ने 27 अक्टूबर को बुलेट प्रूफ बंकर को बारूदी सुरंग से उड़ा दिया था। इस घटना में सीआरपीएफ के 168वीं बटालियन के चार जवान शहीद हो गए थे। वहीं 28 तारीख को नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले के पालनार गांव में जिला पंचायत के सदस्य तथा भाजपा नेता नंदलाल मुड़यामी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
पिछले महीने ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि देश में लंबे समय से चल रहे नक्सलवाद का दो-तीन सालों में सफाया हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) के पराक्रम के बलबूते पूरे देश से नक्सलवाद और माओवाद मिट जाएगा। गृहमंत्री ने कहा कि नक्सलवाद पहले देश के 126 जिलों में था, वह अब सिमट कर 10-12 जिलों में रह गया है।
आपको बता दें कि भारत आतंकवाद से सर्वाधिक प्रभावित दुनिया का तीसरा देश है, जबकि देश में सुरक्षा बलों पर कई हमलों को अंजाम देने वाले नक्सलियों का संगठन सीपीआई-माओवादी चौथा बड़ा आतंकी संगठन है।