नई दिल्ली 10 अप्रैल 2019 । असम की गुवाहाटी लोकसभा सीट पर इस बार रोमांचक मुकाबले के आसार हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में गुवाहाटी लोकसभा सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद बिजॉय चक्रबर्ती का टिकट काटकर क्वीन झा को टिकट दिया है. क्वीन का मुकाबला कांग्रेस की ‘ब्यूटी क्वीन’ बोबीता शर्मा से हो रहा है. तृणमूल कांग्रेस से मनोज शर्मा मैदान में हैं.
इसके अलावा भारतीय गण परिषद, स्वर्ण भारत पार्टी, हिंदुस्तान निर्माण दल, समाजवादी पार्टी, पूर्वांचल जनता पार्टी (सेक्युलर), वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल, नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेस, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) दलों के साथ छह निर्दलीय उम्मीदवार भी किस्मत आजमा रहा है.
बता दें कि असम की चार सीटों पर 23 अप्रैल को तीसरे फेज में मतदान होना है. 10 मार्च को लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा होने के बाद देशभर में चुनावी माहौल गरमा गया है. 28 मार्च को इस सीट के लिए नोटिफिकेशन निकला, 4 अप्रैल को नोमिनेशन की अंतिम तारीख, 5 अप्रैल को उम्मीदवारों की अंतिम लिस्ट पर मुहर लगी. अब 23 अप्रैल के मतदान के लिए सभी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है. लोकसभा चुनाव 2019 के तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. मतदान का परिणाम 23 मई को आना है.
असम का गुवाहाटी जिला सिर्फ इस राज्य का नहीं, बल्कि पूरे नॉर्थ ईस्ट में सबसे बड़ा जिला है. पूर्वोत्तर की सबसे बड़ी संसदीय सीट में 40 फीसदी शहरी आबादी है. गुवाहाटी लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ माना जाता है. प्रसिद्ध गायक भूपेन हजारिका इसी सीट से 2004 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि वे दूसरे नंबर पर रह गए थे. इसी साल 26 जनवरी के मौके पर मोदी सरकार ने भूपेन हजारिका को मरणोपरांत भारत रत्न देने का फैसला किया है. वर्तमान में इस सीट पर बिजॉय चक्रबर्ती सांसद हैं. उन्हें यहां की जनता ने तीसरी बार भारी मतों के साथ संसद पहुंचाया है. गुवाहाटी में कुल 10 विधानसभा सीटें आती हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
असम की सबसे बड़ी लोकसभा सीट पर फिलहाल तो बीजेपी का दबदबा है. कांग्रेस यहां पर दूसरे नंबर पर है. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में ही लड़ाई है. 1951 और 1956 में हुए लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. उसके बाद लगातार दो साल 1957 और 1962 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के हेम बरुआ ने जीत दर्ज की थी. 1971 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर से इस सीट पर कब्जा किया था, लेकिन अगले दो चुनावों में फिर ये सीट कांग्रेस के हाथ से निकल गई. 1996 के चुनाव में यहां असम गण परिषद के प्रत्याशी प्रबीण चंद्र सरमाह ने जीत दर्ज की थी. 1998 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी भुबनेश्वर कालिता ने जीत दर्ज की. 1999 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी बिजॉय चक्रबर्ती ने शानदार जीत दर्ज की. हालांकि 2004 में एक बार फिर ये सीट कांग्रेस के पाले में चली गई. कांग्रेस प्रत्याशी किरीप छलिहा ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद लगातार दो बार फिर से बिजॉय चक्रबर्ती ने यहां से जीत हासिल की है.
गुवाहाटी में कुल 10 विधानसभा सीटें हैं. इसमें 6 पर बीजेपी और 4 पर कांग्रेस काबिज है. इनमें से दुधनई (ST) में बीजेपी, बोको (ST) पर कांग्रेस , छायगांव में कांग्रेस, पालसबारी में बीजेपी, जलुकबारी में बीजेपी, दिसपुर में बीजेपी, गुवाहाटी ईस्ट में कांग्रेस, गुवाहाटी वेस्ट में कांग्रेस, हाजो में बीजेपी और बरखेत्री में भारतीय जनता पार्टी जीती है.
सामाजिक ताना-बाना
असम की गुवाहाटी लोकसभा सीट में तकरीबन 60 फीसदी जनता ग्रामीण और तकरीबन 40 फीसद शहरी आबादी है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 29 लाख 61 हजार 618 है. 2009 में हुए चुनाव में यहां वोटिंग 64.46 प्रतिशत हुई थी जो 2014 में बढ़कर 78.67 प्रतिशत रही. गुवाहाटी लोकसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 19 लाख 22 हजार 270 है. इसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 88 हजार 67 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 9 लाख 34 हजार 203 है.
2014 का जनादेश
2014 के चुनाव में बिजॉय चक्रबर्ती ने कांग्रेस प्रत्याशी मानस बोरा को तीन लाख 15 हजार 784 मतों के अंतर से हराया है. 79 वर्षीय बिजॉय चक्रबर्ती को चुनाव में कुल 7 लाख 64 हजार 985 वोट मिले थे, जबकि उनके निकटतम कांग्रेस प्रतिद्वंदी मानस बोरा को 4 लाख 49 हजार 201 मत मिले थे. इस सीट पर तीसरे नंबर पर एआईयूडीएफ के प्रत्याशी गोपी नाथ दास को 1 लाख 37 हजार 254 वोट ही मिले थे. 2014 के चुनाव में इस सीट पर 6720 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था.