बिलासपुर 1 जून 2019 । नौकरी लगावाने के नाम पर ग्रामीण युवकों से लाखों रुपए ठगने के मामले में पुलिस ने सूरजपुर के तत्कालीन अपर कलेक्टर (एडीएम) एमएल धृतलहरे को गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी पुलिस ने राजधानी रायपुर से की। इसके बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
खबरों के अनुसार आरोपी एडीएम धृतलहरे ने सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर कई युवकों से लाखों रुपए हड़प लिए थे, लेकिन नौकरी न मिलने पर जब उनसे युवकों ने अपने रुपए वापस मांगे तो न केवल उन्होंने लौटाने से इनकार कर दिया बल्कि, झूठे मामलों में फंसाने की धमकी भी देने लगे थे।
मिली जानकारी के अनुसार , सूरजपुर जिला प्रशासन की ओर से वर्ष 2016 में विभिन्न पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी। आरोप है कि तब एडीएम पद पर रहते हुए धृतलहरे ने कई अभ्यर्थियों से नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपए रिश्वत ली थी। इसी बीच धृतलहरे का रिटायर हो गया था।
इसके बाद भी युवकों की नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने अपने रुपए धृतलहरे से वापस मांगे, लेकिन उन्होंने लौटाने से इनकार कर दिए। दबाव बढ़ा तो रकम के बदले चेक जारी कर दिए। इस पर अभ्यर्थियों ने सूरजपुर कलेक्टर, मुख्यमंत्री, पुलिस अधीक्षक समेत विभिन्न मंचों और संस्थाओं से शिकायत कर दी।
इनमें से ही चांचीडांड निवासी एक युवक की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर सूरजपुर के निर्देश पर पुलिस टीम ने तात्कालीन एडीएम एमएल घृतलहरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।