नई दिल्ली 10 अगस्त 2018 । एक भारतीय परिवार ने यूरोप की एक नामचीन कंपनी पर नस्लीय भेदभाव का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं भारतीय परिवार ने नागरिक उड्डयन मंत्री और विदेश मंत्री सुरेश प्रभु को चिट्ठी भी लिखी है। इस चिट्ठी में परिवार ने अपने साथ हुए भेदभाव के लिए एयरवेज से माफी मांगने की बात कही है।
परिवार का आरोप है कि यूरोप की एक नामचीन एयरलाइन ने उन्हें इसलिए विमान से उतार दिया क्योंकि उनका 3 साल का बच्चा रो रहा था। प्लेन जब उड़ने वाला था तब बच्चे की मां ने उसे चुप करा लिया था लेकिन केबिन क्रू के अभद्र बर्ताव से बच्चा और डर गया और जोर-जोर से रोने लगा।
इसके बाद विमान टर्मिनल पर वापस लाया गया और भारतीय परिवार के व कुछ अन्य यात्रियों को उतार दिया। भारतीय परिवार ने एयरलाइन के इस बर्ताव की शिकायत उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से की है। घटना 23 जुलाई 2018 की बताई जा रही है। परिवार ब्रिटिश एयरवेज की लंदन-बर्लिन फ्लाइट में सवार था। बच्चे के पिता 1984 बैच के इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज के अफसर हैं। अभी उनकी पोस्टिंग रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री में है।
विमान कंपनी पर नस्ली टिप्पणी करने का आरोप
संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी ने एयरलाइन के इस बर्ताव को ‘रेशियल बिहेवियर’ बताया है। ब्रिटिश एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि हम ऐसे दावों की गंभीरता से जांच करेंगे और किसी भी प्रकार के पक्षपात को बर्दाश्त नहीं करेगी। हमने इसकी जांच शुरू कर दी है और भारतीय परिवार के संपर्क में हैं।
क्रू मेंबर के डांटने पर डर गया था बच्चा
उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु को दिए गए शिकायती पत्र में भारतीय अफसर ने बताया कि फ्लाइट में जब सीट बेल्ट बांधने की घोषणा हुई तो मेरी पत्नी ने बच्चे की सीट बेल्ट बांध दी, जो अलग सीट पर बैठा था। इससे वह परेशान हो गया और रोने लगा। मेरी पत्नी उसे चुप करा रही थी। उसने उसे गोद में उठा लिया। इस पर पुरुष क्रू मेंबर हमारे पास आया और चिल्लाने लगा। मेरे बच्चे को उसकी सीट पर बिठाने को कहा, इससे मेरा बच्चा डर गया और जोर-जोर से रोने लगा। हमारे साथ एक और भारतीय परिवार बैठा था, उन्होंने बच्चे को बिस्किट देकर चुप कराने की कोशिश की। फिर मेरी पत्नी ने बच्चे को उसकी सीट पर बिठा दिया और सीट बेल्ट बांध दी लेकिन वह लगातार रो रहा था।