सहारनपुर 10 फरवरी 2019 । उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब पीकर मरने वालों का आंकड़ा 90 के पार पहुंच गया है. यूपी के सहारनपुर में 38, मेरठ में 18,कुशीनगर में 8 लोगों की इस वजह से मौत हुई है. वहीं उत्तराखंड के हरिद्वार और रुड़की में जहरीली शराब अब तक लगभग 25 से ज्यादा लोगों को मौत की नींद सुला चुका है.
जहरीली शराबकांड से इतनी बड़ी संख्या में हुई मौत के बाद दोनों राज्यों में हड़कंप मच गया है. अवैध शराब के खिलाफ ताबड़तोड़ पुलिस कार्रवाई की जा रही है. आबकारी विभाग के अनुसार 297 मुकदमे दर्ज करके 175 गिरफ्तार किए गए हैं.
सहारनपुर जिले के नागल, गागलहेड़ी और देवबंद थाना क्षेत्र के कई गांवों में जहां देर रात जहरीली शराब पीने से अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 22 लोग अस्पताल में भर्ती है. हादसे के बाद शनिवार को सहारनपुर के डीएम आलोक कुमार पांडेय और एसएसपी दिनेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 36 लोगों की मौत सहारनपुर के अलग-अलग गांवों में हुई है. जबकि 11 लोगों ने मेरठ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए अवैध शराब के कारोबार से जुड़े हुए 175 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही हैं.
इस बड़ी लापरवाही पर एसएसपी दिनेश कुमार ने नागल थाना प्रभारी सहित दस पुलिसकर्मी और आबकारी विभाग के तीन इंस्पेक्टर व दो कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए हैं. बता दें, कुशीनगर के तरयासुजान थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने वाले पांच और लोगों की गुरुवार को मौत हो गई. बुधवार को भी पांच लोगों की मौत हुई थी. प्रशासन ने इस मामले में थानेदार और आबकारी निरीक्षक समेत नौ लोगों को सस्पेंड कर दिया है.
कच्ची शराब बेचने वालों पर मुकदमा दर्ज कर एक कारोबारी को गिरफ्तार किया गया है. उधर शुक्रवार को सहारनपुर के अलग-अलग गांवों में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई. मामले अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस अभी जांच की बात कर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है.
गौरतलब है कि जहरीली शराब की बिक्री को रोकने की जिम्मेदारी आबकारी विभाग की होती है. लेकिन देखा गया है कि राज्य में अवैध शराब माफियाओं का हौसला हमेशा बुलंद ही रहता है. अखिलेश सरकार में उन्नाव और लखनऊ में जहरीली शराब पीने से 33 लोगों की मौत हो गई थी. उस वक्त भी कार्रवाई की बात कही गई थी.