नयी दिल्ली 9 फरवरी 2022 । जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दावा किया है कि अनंतनाग में दो आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया और 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो कि हाइब्रिड आतंकी हैं। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आतंकी जैश से जुड़े थे और कई जगहों पर पुलिस और सैनिकों पर हमला करने की योजना बना रहे थे। दरअसल इस समय कश्मीर में हाइब्रिड आतंकी एक नई चुनौती बने हुए हैं। आइए जानते हैं कि ये ‘हाइब्रिड आतंकी’ क्या होते हैं औऱ कैसे काम करते हैं- अधिकारियों का कहना है कि कश्मीर घाटी में पिछले कुछ दिनों में ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं जिसमें हमला करने वाला शख्स ऐसा था जो कि आतंकियों कि लिस्ट में शामिल नहीं था। ये वे लोग होते हैं जो कि हमला करने के बाद सामान्य जीवनशैली में लौट आते हैं और उनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है। इन्हें सामान्य नागरिक बता दिया जाता है। ये कट्टर विचारधारा से जुड़े होते हैं और किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं। हाइब्रिड आतंकियों को यूं भी समझा जा सकता है कि वैसे तो ये अपना काम करते हैं लेकिन मौका मिलने पर आतंकी घटना को अंजाम देने से भी नहीं चूकते। वे अपनी जीवनशैली में ही कुछ समय दहशतगर्दी को भी देते हैं। इनके पास हथियार भी होते हैं जो कि आतंकी संगठनों की तरफ से मुहैया कराई जाती है।
कैसे तैयार होते हैं हाइब्रिड आतंकी? ऐसे आतंकी तैयार करने के लिए सबसे पहले ब्रेनवॉश किया जाता है। धर्म और नफरत के नाम पर उसे कुछ भी करने के लिए तैयार किया जाता है। इसके बाद गुप्त रूप से हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी होती है। इस श्रेणी में ज्यादातर युवा होते हैं जिन्हें कट्टर बना दिया जाता है।
कैसे करते हैं काम? ऐसे आतंकियों को आदेश उनका आका देता है। आतंकी घटना को अंजाम देने के बाद वे अपने आका के अगले आदेश का इंतजा करते हैं। जब उन्हें आदेश मिल जाता है तो वे एक बार फिर से सामान्य जीवन जीने लगते हैं। दरअसल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर नकेल कसी गई तो आतंकियों ने हमले का नया तरीका निकाल लिया। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी भी इस काम में शामिल है।